यूपी में एक साल में नेशनल हाईवे पर 3335 मौत, 15000 सड़क दुर्घटनाएं
नेशनल हाइवे पर वर्ष 2017 के बाद से सड़क हादसों में लगातार इज़ाफ़ा हो रहा है, इसी क्रम में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने वर्ष 2022 में देश के नेशनल हाईवे पर होने वाली मौतों का आंकड़ा जारी किया है। इन जारी आकड़ो के अनुसार एक बार फिर कानपुर से गुजर रहे नेशनल हाईवे पर सबसे ज्यादा मौत होने के आंकड़े सामने आए हैं, आकड़ो में दी गयी जानकारी के अनुसार यहां साल 2022 में कुल 1424 एक्सीडेंट हुए, इसमें 640 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई।
वहीं अगर पूरे यूपी की बात करें तो इन सड़कों पर हुए हादसों में यूपी देश में चौथे नंबर पर है। जबकि नेशनल हाईवे पर होने वाले हादसों में तमिलनाडु और केरल के बाद तीसरे नंबर पर है, बात अगर केवल उत्तरप्रदेश की कि जाए तो यूपी में बीते एक साल में 14,990 हादसे नेशनल हाईवे पर हुए हैं, जबकि वर्ष 2021 में 14,540 हादसे हुए थे। वहीं 2020 में 13,695, 2019 में 16,181 और 2018 में 16,198 हादसे नेशनल हाईवे पर हुए थे।
यूपी में 1 साल में 6,523 हादसे हुए जिसमे NHAI की वर्ष-2022 की एक रिपोर्ट के मुताबिक आंकड़ों में यूपी में 1 साल में 6,523 हादसे हुए। इसमें 3335 लोगों की मौत हो गई, जबकि 5530 लोग घायल हुए।
आंकड़ों के हिसाब से देखा जाए तो हर दिन 9 से अधिक लोगों की सड़क हादसे मैं मौत हुई। इनमें से 72.4% सबसे ज्यादा हादसे ओवर स्पीडिंग में के चलते हुए। इनमें सबसे ज्यादा मौतें 2 व्हीलर सवार लोगों की हुई हैं। इन हादसों में मरने वाले 50 फीसदी से ज्यादा लोगों की उम्र 50 साल से कम रही है।
वहीं अगर बात की जाए तो उत्तरप्रदेश के जिलों की तो इसमें कानपुर के बाद दूसरे नंबर पर प्रयागराज है, यहां एक साल में 1370 एक्सीडेंट हुए। इनमें 603 लोगों ने दम तोड़ दिया, जबकि तीसरे नंबर पर लखनऊ है, यहां 1349 सड़क हादसे हुए, इसमें 587 की जान चली गई, वहीं चौथे नंबर पर आगरा है, यहां 548 मौतें हुईं हैं ।
इन हादसों में सबसे ज्यादा मौतें 2 व्हीलर सवार लोगों की हुईं। बता दें कि कानपुर से 4 नेशनल हाईवे और 1 एक्सप्रेसवे गुजरता है।
देश में हादसों और मौतें के मामले में अव्वल होने के बाद भी कानपुर में एक भी बड़ा ट्रामा सेंटर नहीं है। हैलट में 200 बेड का ट्रामा सेंटर प्रस्तावित है, आज तक ये धरातल पर नहीं आ सका है।