गोरखपुर में भू-माफिया के नाम फर्जी रजिस्ट्री का मामला; उप निबंधक ही नहीं, चार और थे अपराधी कमलेश के मददगार
गोरखपुर। भू-माफिया द्वारा जमीन की फर्जी रजिस्ट्री मामले में उप निबंधक की गिरफ्तारी के बाद अन्य लोगों की भूमिका भी सामने आ रही है। जिसे लेकर पुलिस को साक्ष्य मिले हैं। अब मामले को लेकर छानबीन शुरू की गई है। भू-माफिया सीलिंग की जमीन फर्जी तरीके से बैनामा कराने में प्रभारी उप निबंधक के अलावा तहसील के चार और लोगों की मदद लेता था।
भू-माफिया कमलेश यादव सीलिंग की जमीन फर्जी तरीके से रजिस्ट्री कराने में प्रभारी उप निबंधक के अलावा तहसील के चार और लोगों की मदद लेता था।
इसके अलावा इसके गिरोह में कई ऐसे भी सदस्य हैं जो रुपये लेकर दूसरे की जगह खड़ा होकर अपनी जमीन बताकर बैनामा कराते थे। इन सभी का नाम सामने आने के बाद पुलिस ने इनकी भूमिका की जांच शुरू कर दी है। मामले में कुछ साक्ष्य भी एम्स पुलिस को मिल चुका है।
उप निबंधक की गिरफ्तारी के बाद अन्य की भूमिका की जांच शुरू
उप निबंधक चंद्रशेखर शाही की गिरफ्तारी के बाद प्रशासन की टीम भी जांच कर रही है। दशहरा बाद इनमें से कुछ की गिरफ्तारी हो सकती है। कुसम्ही बहरामपुर का रहने वाला भू-माफिया कमलेश यादव नंदा नगर में कार्यालय खोलकर अपने साथी दीनानाथ प्रजापति व अन्य के साथ मिलकर कई लोगों को सीलिंग की जमीन बेची है।
उसके विरुद्ध सबसे पहले एक सैनिक की पत्नी सामने आई, जिसके बाद एक-एक करके एम्स में 31 लोगों ने फर्जी तरीके से जमीन बेचने का मुकदमा दर्ज कराया। इन जमीन की खरीद फरोख्त चौरी चौरा तहसील से हुई।
पुलिस की जांच में उप निबंधक चंद्रशेखर शाही आरोपित मिले। शनिवार को एम्स पुलिस ने गिरफ्तार कर उसे जेल भेजा। पुलिस अब पूरे नेटवर्क को खंगालने में जुटी है। पुलिस की जांच में यह साफ हो गया है कि भू-माफिया सरकारी कर्मचारियों से साठगांठ करता था।
इस फर्जीवाड़े में उसने सबकी हिस्सेदारी बांट रखी थी। चर्चा है कि तहसील के चार कर्मियों ने उप निबंधक से भू-माफिया की मुलाकात कराई थी। इसके बाद से उसका धंधा तेजी से चलने लगा। सभी मिलकर तहसील में फर्जी रजिस्ट्री कराने में उसकी मदद करने लगे।
150 एकड़ में डिग्री कालेज और एक एकड़ में है आइटीआई
भू-माफिया कमलेश ने सेना से सेवानिवृत्त होने के बाद अवैध रूप से अपनी संपत्ति बढ़ाई। इस समय कमलेश की पत्नी मीना के नाम पर 150 एकड़ में डिग्री कालेज है। वहीं कसया मार्ग पर एक एकड़ में आइटीआइ कालेज है। इस कालेज के दूसरे मंजिल पर हास्टल है, जिसमें 50 से अधिक लोग किराये पर रह रहे हैं। इसके साथी दीनानाथ के पास मैरेज हाल और गेस्ट हाउस है।