ग्रामीण क्षेत्रों में होगी 'डिजिटल डॉक्टर क्लिनिक' की शुरुआत, पहले चरण में इन शहरों में बनेंगे केंद्र
डिजिटल डॉक्टर क्लिनिक के माध्यम से वीडियो कांफ्रेंस के जरिए मरीजों को योग्य डॉक्टरों द्वारा परामर्श दिया जाएगा। मरीजों को दवाइयां और टेस्टिंग की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी।
डिजिटल क्लीनिक में जरूरी टेस्ट भी मिनटों में हो जाएंगे
लखनऊ। डिजिटल डॉक्टर क्लीनिक में स्वास्थ्य में सेंटर पर आने वाले मरीज के मोबाइल डिजिटल डॉक्टर क्लीनिक पर र करेगा। इसके बाद मरीज की बीमारी के मुताबिक उसे योग्य एमबीबीएस से ऑनलाइन वीडियो कॉन्फ्रेंस पर दिया जाएगा। डॉक्टरों के परामर्श अनुसार, जरूरी टेस्ट भी 3 से 5 मिनट में कर डॉक्टरों को एआई की मदद से पहुंचा दिया जाएगा। इससे डॉक्टर मरीज की बीमारी का सही आकलन कर जरूरी दवाइयां बता सकेंगे। यह डिजिटल के डॉक्टर क्लीनिक टेलीमेडिसिन प्रणाली डॉक्टर की दोनों शाखाओं (परामर्श केंद्र और जोड़ स्पेशिलिटी सेंटर) के मिश्रण पर कार्य के करने वाला प्राइमरी हेल्थ सेंटर है।
क्या है डिजिटल डाक्टर क्लिनिक
उत्तर प्रदेश के ग्रामीण और सुदूर क्षेत्रों में योगी सरकार एक नई पहल करने जा रही है। इस पहल के तहत प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में 'डिजिटल डॉक्टर क्लिनिक' की स्थापना की जाएगी। 'डिजिटल डॉक्टर क्लिनिक' एक तरह से प्राइमरी हेल्थ सेंटर की तरह काम करेंगे, जहां न केवल ऑनलाइन वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से डॉक्टर्स का परामर्श मिलेगा, बल्कि हेल्थ केयर असिस्टेंस के साथ ही लैबोरेटरी की भी सुविधा मिलेगी।
फिलहाल डिजिटल डॉक्टर क्लिनिक पायलट प्रोजेक्ट के तहत लखनऊ और बुलंदशहर के कुल 20 केंद्रों में जल्द खोले जाएंगे जिसके बाद इसे पूरे प्रदेश में शुरू किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि निजी निवेश के माध्यम से योगी सरकार यह पहल करने जा रही है।
इसका उद्देश्य गांवों और सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य व्यवस्था को सुधारना है, ताकि रियायती दरों पर लोगों को गंभीर से गंभीर बीमारियों में चिकित्सीय परामर्श के साथ ही दवाइयां और पैथोलॉजी टेस्ट की सुविधा दी जा सके।