तीन बच्चो की मौत से सहमा खोटही गांव
कुशीनगर। जिले के रामकोला विकास खंण्ड के गांव खोठही में तीन दिन के भीतर तीन बच्चों की हुई मौत से पूरा गांव सहम गया। तेज बुखार और झटकें के कारण तीन मासूम बच्चों की मौत हुई है उनमें... सपना उम्र सात बर्ष को तेज बुखार हुआ जिसको परिजन गांव के सरकारी अस्पताल ले गए लेकिन समुचित इलाज न होने के चलते उनको इलाज के लिए मेडिकल कालेज गोरखपुर ले जाना जहां मासूम की इलाज के दौरान मौत हो गई....
वही लक्षिता उम्र पांच माह की महराजगंज सदर अस्पताल में इलाज के दौरान व हिमांशु पुत्र संदीप डेढ़ वर्ष की सीएचसी कप्तानगंज फिर जिला अस्पताल और प्राइवेट अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई।
परिजनों का आरोप है की अस्पतालों में इलाज के समुचित इंतजाम नहीं था। तीन दिन में हुई तीन मासूम बच्चों की मौत के बाद स्वास्थ महकमें की नींद खुली और गांव में स्वास्थ विभाग की टीम पहुंच बच्चों में दवा वितरण कर रही हैं..... मृतकों के परिजन बच्चो की मौत तेज बुखार के साथ झटके आने का कारण बता रहे है.... गांव में गंदगी और जल जमाव से बीमारियों का खतरा बना हुआ है...
एक सप्ताह में तीन मासूमों की मौत के बाद स्वास्थ महकमा बेखबर रहा जबकि गांव में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भी संचालित होता हैं...वही 2005 से 2014 तक खोठहीं गांव में इंसेफेलाइटिस के चलते सैकड़ो बच्चों की मौते हो चुकी है उसके बाद गांव में जन जनित बीमारियों से बचने के लिए ग्रामीणों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए ओवरहेड टैंक का भी निर्माण हुआ लेकिन निर्माण के बाद यह ओवर हेंड टैंक बेकार पड़ा हुआ हैं....
बच्चों की मौत के बाद सीएमओ गांव में पहुंचे और पीड़ित परिजनों से मिलकर पुरी जानकारी ली और गांव में स्वास्थ्य टीम को बुलाकर बीमार बच्चों को इलाज के लिए कैम्प लगाने का निर्देश दिया तो वही स्वास्थ विभाग की टीम गांव में 120 बच्चों का इलाज किया।