आपने वह कहावत तो सुनी हुई होगी कि भारत देश में कभी दूध की नदियां बहती थीं। लेकिन आज हम आपको वास्तव में दूध की नदियां बहते हुए दिखा रहे हैं। दरअसल हरदोई के संडीला इंडस्ट्रियल एरिया स्थित एक मिल्क फैक्ट्री का मामला है जहां खाद्य एवं औषधि विभाग ने छापेमारी कर 17000 लीटर से अधिक मिलावटी दूध बरामद कर उसे नष्ट कर दिया।
हरदोई में संडीला इंडस्ट्रियल एरिया स्थित चर्चित दुग्ध डेरी अभिषेक डेरी में मिलावटी व नकली दूध बनाने की सामग्री व तैयार मिलावटी दूध पकड़ा गया है। अभिषेक डेयरी हरदोई में लंबे समय से नकली व मिलावटी दुग्ध का उत्पादन हो रहा था।
हालांकि अभिषेक डेयरी के विरुद्ध पूर्व में भी कई बार कार्रवाई हो चुकी है और इसका मालिक जेल भी जा चुका है, इसके बावजूद उसने अपनी मिल्क फैक्ट्री में मिलावटी दूध का कारोबार जारी रखा।
फैक्ट्री मालिक पर लाखों रुपये का जुर्माना भी लगाया गया था, जुर्माना भरने व जेल से छूटने के बाद उसने फिर से काला कारोबार शुरू कर दिया फ़िलहाल उसे ट्रिब्यूनल से स्टे मिला हुआ था।
अभिषेक डेयरी के लाइसेंस संबंधी प्रपत्र बनाने व उसका नवीनीकरण करने में भी तत्कालीन विभागीय अधिकारियों द्वारा गंभीर अनियमितताएं बरती गई थीं। इस मामले में हरदोई के तत्कालीन खाद्य एवं औषधि अधिकारी निलंबित भी हो चुके हैं।
हरदोई जनपद में संडीला स्थित इंडस्ट्रियल एरिया में स्थित अभिषेक डेरी में किसान यूनियन के अध्यक्ष जितेंद्र सिंह की सूचना पर खाद्य एवं औषधि विभाग व पुलिस की संयुक्त टीम ने फैक्ट्री पर छापा मारकर कार्रवाई की।
परिसर में पांच ड्रम में 1000 लीटर सोरबिटोल , दो ड्रम में 400 लीटर दूध बनाने हेतु अपमिश्रक के रूप में रिफाइंड ,पांच बोरी 100 किलोग्राम मिल्क पाउडर मौके पर बरामद हुआ तथा 17000 लीटर मिलावटी दूध भी बरामद हुआ जिसे खाद्य कारोबारी के सामने दो टैंकर में भारत सारा दूध नष्ट कर दिया गया। जिसकी अनुमानित कीमत लगभग 8 लाख 50 हज़ार रुपये है ।
इसके अलावा दो सैंपल मिश्रित दूध के ,एक सैंपल सरविटल का ,एक सैंपल रिफाइंड तेल का व एक सैंपल मिल्क पाउडर का संग्रहित कर जांच हेतु खाद्य प्रयोगशाला भेजा जा रहा है, अधिकारियों के अनुसार रिपोर्ट प्राप्त होने पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।