वाइफ स्वैपिंग की शिकार महिला को नही मिल रहा इंसाफ, ससुर ने फर्जीवाड़ा कर बैंक अकाउंट से हटवाया नाम, पुलिस ने भी नही लिखी रिपोर्ट
कितने शर्म की बात है की अपना पति दूसरे के साथ बिस्तर शेयर करने को मॉर्डन कल्चर का नाम दे रहा है दोस्तो के साथ बैठकर शराब पीना ड्रग्स का सेवन करना, अपनी लाज को दूसरे मर्दों के बीच लुटाना आज का फैशन बन गया है पति ही नही सास ससुर ननद सब ही मॉर्डन सोसाइटी क नाम दे रहे है
आगे आपको बताते है कि वाइफ स्वैपिंग की शिकार मुरादाबाद के एक प्रोफेसर की बहू इंसाफ पाने के लिए भटक रही है। लेकिन प्रोफेसर के रसूख की वजह से 5 महीने बाद भी इस मामले में एक भी आरोपी की अरेस्टिंग नहीं हो सकी है। इस बीच पीड़िता ने मुरादाबाद पुलिस से शिकायत की है कि उसके ससुर ने एसबीआई के एक ज्वाइंट अकांउट से उसका नाम फर्जी दस्तावेज के जरिए हटवा दिया है।
पीड़िता ने सीओ कोतवाली देश दीपक सिंह पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़िता का कहना है कि बैंक ने बिना उससे वेरीफाई किए एक फर्जी दस्तखत वाली एप्लीकेशन के बूते उसका नाम बैंक अकाउंट से रिमूव कर दिया।
जब उसने इसकी शिकायत पुलिस से की तो सीओ ने मामले को दबाने की कोशिश की। पीड़िता का कहना है कि सीओ ने 2 महीने बाद भी उनकी एप्लीकेशन पर एफआईआर दर्ज नहीं होने दी है।पीड़िता ने कहा कि अगर किसी को अपने अकाउंट में मोबाइल नंबर बदलना हो तो बैंक उसे ब्रांच आने को कहता है।
वेरीफाई करने के बाद ही बदलाव किया जाता है। लेकिन यहां मेरे ससुर के कहने पर मेरा नाम ही अकाउंट से रिमूव कर दिया गया। वो भी तब जबकि मेरा मेरी ससुराल वालों से मुकदमेबाजी चल रही है। पीड़िता ने कहा कि सीओ देश दीपक सिंह आरोपियों से मिले हुए हैं और उन्हीं के इशारे पर उनकी एफआईआर नहीं होने दे रहे हैं।
आरोप हिंदू पीजी कॉलेज स्थित एसबीआई पर लगे हैं। इस मामले में बैंक का कहना है कि उन्हें नाम रिमूव करने के लिए एक एप्लीकेशन महिला के ससुर की ओर से मिली थी। जिस पर महिला के दस्तखत थे। रिकॉर्ड से मिलान करने पर ये दस्तखत मैच किए, जिसके बाद नाम रिमूव कर दिया गया।
वहीं सीओ का इस मामले में कहना है कि मामले की जांच चल रही है।ननद - सास ने कहा था, मान लो ये तो मॉडर्न कल्चर है पीड़िता ने कहा- मैंने जब पति की हरकतों की शिकायत अपनी सास-ससुर और ननद से की, तो उनका रवैया जानकर मैं टूट ही गई। मेरी ननद ने कहा- भाभी ये तो मॉडर्न सोसाइटी का कल्चर है। आप भैया की बात मान क्यों नहीं लेतीं? मेरी सास ने
भी मझे यही सलाह दी। बोलीं- जैसा पति कहता है पीड़िता ने आगे बताते हुए कहा- "मेरी शादी को करीब डेढ़ साल हो चुका है। शुरू के कुछ दिन तो अच्छे गुजरे। फिर मानो जिंदगी बेपटरी होती चली गई।
मॉडर्न सोसाइटी के नाम पर पति ने पहले टीका, बिंदी, बिछुए और पायल उतरवा दिए। फिर दोस्तों के साथ शराब पीने को मजबूर किया। ड्रग्स लेने के लिए प्रेशर बनाया और इनकार करने पर वो मुझे सैंडविच में मिलाकर ड्रग्स देने लगा।
हद तो तब हो गई जब उसने मुझ पर वाइफ स्वैपिंग ग्रुप (पत्नी की अदला-बदली) में शामिल होने का प्रेशर बनाया। मेरा अपना ही पति मुझ पर अपने दोस्त के साथ बेड शेयर करने का प्रेशर बना रहा था। वो कह रहा था - तुम मेरे दोस्त के रूम में चली जाओ, उसकी पत्नी मेरे पास आ रही है। "डेढ़ साल पहले हुई थी मध्यप्रदेश की युवती की शादी
मध्य प्रदेश के एक शहर की रहने वाली युवती की शादी 22 जनवरी, 2022 को मुरादाबाद में हिंदू पीजी कॉलेज के प्रोफेसर के बेटे के साथ हुई थी। प्रोफेसर का बेटा नोएडा में एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम करता है और वहीं एक सोसाइटी में रहता है। युवती का कहना है कि उसके पिता ने शादी में करीब 2 करोड़ रुपए खर्च किए थे।
लड़की लॉ ग्रेजुएट है और सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रही है।मेरे पति ने मुझसे वाइफ स्वैपिंग क्लब में शामिल होने की बात कही। उन्होंने मुझसे कहा कि मैं पार्टी होस्ट कर रहे उनके दोस्त के बेडरूम में चली जाऊं और दोस्त की पत्नी उनके साथ जाएगी।
इतना सुनतेही मेरे पैरों तले जमीन खिसक गई। मैंने इनकार कर दिया। इस पर मेरे पति ने मुझसे कहा कि तुम्हें मुझसे रिश्ता रखना है, तो मेरी बात माननी ही पड़ेगी ।